मंत्री ए. इंद्रकरण रेड्डी ने दिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देश

आदिलाबाद 15 जुलाई ( प्रतिनीधी) ,राज्य के वन, पर्यावरण, कानून मंत्री ए. इंद्रकरण रेड्डी ने  समाहरणालय के सभागार में भारी बारिश से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारियों द्वारा किये गये उपायों, बारिश से हुए नुकसान के साथ ही संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ जिला कलेक्टर एवं जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा की। इस अवसर पर  उन्होंने कहा  कि अधिकारियों को जिले में भारी बारिश के कारण बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर अस्थायी कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उन्होंने संबंधित विभागों में हुए नुकसान की बुनियादी जानकारी उपलब्ध करा दी है और दो-तीन दिन में स्थायी नुकसान का ब्योरा एकत्र किया जाए, ताकि जिले में हुए नुकसान का ब्यौरा मुख्यमंत्री को सौंपा जा सके। मंत्री ने अधिकारियों की सामूहिक जिम्मेदारी के तहत समयबद्ध तरीके से टीम वर्क के साथ कलेक्टर के निर्देशन में राहत पुनर्वास कार्यक्रम शुरू करने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी। मौसम विभाग के निर्देशानुसार आने वाले दिनों में कम दबाव की संभावना को देखते हुए उन्होंने जिले के सरकारी प्रशासन को सतर्क रहने और लोगों को इसी तरह की सहायता प्रदान करने को कहा उन्होंने विभिन्न माध्यमों से समय-समय पर सूचना उपलब्ध कराने, लोगों को जागरूक करने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया। 

इंजीनियरिंग अधिकारियों को विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां परिवहन सुविधा बाधित है, अस्थायी परिवहन सुविधा स्थापित करने के निर्देश दिए गए। मंत्री ने सुझाव दिया कि कृषि अधिकारियों को किसानों को बारिश से क्षतिग्रस्त फसलों के लिए वैकल्पिक फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।। मंत्री ने बिजली विभाग के अधिकारियों को भारी बारिश के कारण ठप पड़ी बिजली सुविधा को तुरंत बहाल करने का काम शुरू करने के निर्देश दिए। जेडपी अध्यक्ष राठाेड़ जनार्दन ने कहा कि निचले इलाकों में तालाबों और तालाबों के आसपास बारिश का पानी घरों में घुस गया है, फसलों को नुकसान पहुंचा है और घरों को नुकसान पहुंचा है। जिला कलेक्टर  पटनायक ने कहा कि भारी बारिश के कारण जिले के 8 मंडलों के 46 गांवों में बाढ़ आ गई है, 15 पुनर्वास केंद्र बनाए गए हैं और 1212 लोगों को स्थानांतरित कर दिया गया है और भोजन, पेयजल और चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जिले में 194 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं और 19 घर जर्जर हालत में हैं। उन्होंने कहा कि शहर के छह वार्डों की कॉलोनियों में बाढ़ से प्रभावित 190 लोगों का पुनर्वास किया गया है। 363 गांवों में 67,945 एकड़ कपास, 8,175 एकड़ ज्वार, 27,185 एकड़ सोयाबीन में कुल एक लाख तीन हजार 305 एकड़ फसल डूब गई और लगभग 72.85 करोड़ का नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि मूल रूप से कृषि अधिकारियों ने अनुमान लगाया है कि वे आ गए हैं। उन्होंने बताया कि 42 मवेशियों की मौत हुई और करीब 9.70 लाख का नुकसान हुआ। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में 39 तालाबों और नहरों को काट दिया गया है और इसके लिए अस्थाई मरम्मत पर लगभग 32.65 लाख रुपये और स्थायी मरम्मत पर 1860 लाख रुपये खर्च होंगे। संबंधित विभागों के अधिकारियों ने कहा है कि भारी बारिश के कारण भवन विभाग की 37 सड़कों की अनुमानित लागत क्षतिग्रस्त हो गई है और 30 पंचायत राज सड़कें टूट गई हैं और उनकी मरम्मत के लिए 10.66 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी। उन्होंने बताया कि जिले में बारिश के कारण 13 33 केवी के पोल, 186 11 केवी के पोल, 109 एलटी के पोल, 30 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए और 30 गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गयी। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण 557 गांवों में मिशन भगीरथ जलापूर्ति बंद कर दी गई है और अब 7 गांवों में जलापूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण दो स्कूलों और दस छात्रावासों के भवनों में बारिश का पानी गिर रहा है। आदिलाबाद के विधायक जोगू रामन्ना ने कहा कि भारी बारिश से हुए नुकसान की जानकारी मुख्यमंत्री को दी जाएगी, अधिकारी गांवों में जाकर पूरे नुकसान का ब्योरा जुटाएं और जिन गांवों में अभी बिजली नहीं है वहां बिजली बहाल करें।  विधायक राठाेड़ बापूराव ने कहा कि बाजार हतनूर मंडल की दहगाम परियोजना के तहत 109 परिवारों के घरों तक पानी पहुंच गया है और उन्हें पुनर्वास केंद्रों में स्थानांतरित कर सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। जिन लोगों ने परियोजना के तहत अपने घरों को खो दिया है, उन्हें मकानों के लिए दस एकड़ जमीन खरीदने और घरों के निर्माण में मदद करने के लिए कहा गया है।

 

एसपी डी. उदय कुमार रेड्डी ने कहा कि राज्य स्तरीय अधिकारियों के आदेश पर जिला पुलिस प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है और तत्काल राहत के उपाय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि 27 क्षेत्रों में जहां पुलिस लगातार ड्यूटी पर है और अब तक कोई जनहानि नहीं हुई है, वहां किसी भी तरह की घटना को रोकने के उपाय किए गए हैं। जानकारी के अनुसार इस महीने की 23 तारीख तक बारिश होगी, पुलिस अधिकारी सतर्क रहेंगे और राजस्व की मदद से कार्रवाई करेंगे। आईटीडीए के परियोजना अधिकारी वरुण रेड्डी ने कहा कि जिले के 4 आश्रम स्कूलों के छात्रों को अन्य सरकारी भवनों में स्थानांतरित किया जा रहा है और भोजन, पेयजल और चिकित्सा सेवाएं जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आईटीडीए कार्यालय में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है और वे समय-समय पर इसकी निगरानी कर कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एजेंसी क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को प्रसव के समय से पहले  प्रतीक्षा कक्ष में स्थानांतरित किया जा रहा है और उन्हें सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। मंत्री ने विभागवार समीक्षा की। इस बैठक में अपर कलेक्टर एन. नटराज, आरडीओ रमेश राठेड, विभिन्न विभागों के अधिकारी व अन्य ने भाग लिया।