निर्यात में प्रभावशाली वृद्धि से और अधिक बढ़ा उत्साह, वित्त वर्ष के दौरान उच्चतर वृद्धि मार्ग पर बढ़ने का लक्ष्य: फियो अध्यक्ष
अप्रैल 2022 के व्यापार आंकड़ों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, फियो अध्यक्ष डॉ. ए शक्तिवेल ने कहा कि वित्त वर्ष के पहले महीने के दौरान ही 40 बिलियन डॉलर से अधिक के अब तक के सर्वोच्च निर्यात से निर्यात क्षेत्र का प्रभावशाली प्रदर्शन प्रदर्शित होता है। निर्यातकों की असाधारण उपलब्धि ने न केवल अर्थव्यवस्था को और अधिक समृद्ध बनाने में सहायता की है बल्कि इसने 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के हमारे प्रयासों में भी मदद की है। डॉ. शक्तिवेल ने कहा कि ऐसी प्रभावशाली शुरुआत के साथ वित्त वर्ष के आरंभ होने से निर्यातक समुदाय को पूरे वित्त वर्ष के दौरान और अधिक बढ़ोतरी के लिए प्रोत्साहन प्राप्त होगा।
डॉ. ए शक्तिवेल ने निर्यातकों के प्रयासों तथा कड़ी मेहनत की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम तथा गतिशील नेतृत्व के तहत सरकार को धन्यवाद दिया जिनकी सहायता तथा विजन एवं निर्यात समुदाय के प्रति प्रदर्शित भरोसे एवं विश्वास ने सभी हितधारकों में फिर से नए प्राण फूंक दिए हैं। डॉ. ए शक्तिवेल ने केंद्रीय वित्त मंत्री तथा केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग तथा कपड़ा मंत्री का भी निर्यातकों के साथ उनके परस्पर बातचीत तथा दिशानिर्देश देने का स्वागत किया जिससे कि वे निर्यात वृद्धि की अपनी प्रभावशाली यात्रा जारी रख सकें।
फियो अध्यक्ष ने कहा कि महीने के दौरान, जिन शीर्ष क्षेत्रों ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया, उनमें पेट्रोलियम उत्पाद, इंजीनियरिंग वस्तुएं, इलेक्ट्रोनिक वस्तुएं, जैविक तथा अजैविक रसायन, सभी कपड़ों का आरएमजी, ड्रग्स तथा फार्मास्यूटिकल्स, अभ्रक, कोयला और अन्य अयस्क, प्रसंस्कृत खनिजों सहित खनिज, कपास सूत/फैब्रिक्स/मेडअप्स, हस्
फियो अध्यक्ष ने दुहराया कि हाल में हस्ताक्षर किए गए एफटीए तथा पीएलआई स्कीम के लाभों से पिछले वित्त वर्षों के दौरान अर्जित ऐतिहासिक उपलब्धियों को और आगे बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
फियो अध्यक्ष का मानना है कि हालांकि सरकार ने निर्यात की सहायता करने के लिए कई उपायों की घोषणा की है जिनमें हाल ही में ब्याज समकरण योजना के विस्तार की घोषणा, एफटीपी 2015-20 का और छह महीने के लिए विस्तार और एमईआईएस/आरओएससीटीएल/ आरओएसएल स्क्रिप फाइल करने के समय में विस्तार आदि शामिल है, हालांकि, मूल्य वर्धित निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कच्चे माल के निर्यात को युक्तिसंगत बनाने की आवश्यकता है, कंटेनर निर्माण में वृद्धि, वैश्विक ख्याति की भारतीय शिपिंग लाइन विकसित करना, आरओएससीटीएल तथा रोडटेप स्क्रिप्स की वैधता को बढ़ा कर 24 महीन करने तथा हस्तांतरणीयता को प्राप्ति से जोड़ने, रोडटेप को ईओयू, एसईजेड तथा एडवांस अथोराइजेशन तक विस्तारित करने, आरओएससीटीएल तथा रोडटेप स्क्रिप्स के उपयोग को बढ़ाने तथा ऊंची माल भाड़ा वृद्धि से त्रस्त निर्यात क्षेत्र को लाजिस्ट्क्सि सहायता प्रदान करने की आवश्यकता है।