सरकार चिकित्सा व स्वास्थ्य क्षेत्र में आमूलाग्र परिवर्तन लाने का प्रयास कर रही है- मंत्री हरीश राव

आदिलाबाद 3 मार्च ( प्रतिनीधी), राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तन्निरु हरीश राव ने कहा कि, सरकार राज्य  चिकित्सा व स्वास्थ्य क्षेत्र में आमूलाग्र  परिवर्तन लाने की कोशिश कर रही है। गुरुवार को जिला परिषद सभागार में आदिलाबाद एवं निर्मल जिले के कलेक्टरों, चिकित्सा अधिकारियों एवं चिकित्सा कर्मियों के साथ समीक्षा बैठक की गयी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य के सभी लोगों को गुणवत्तापूर्ण उन्नत चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने की दृष्टि से प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में अस्पतालों के लिए बुनियादी ढांचा मुहैया कराएगी और साथ ही आपातकालीन चिकित्सा और सेवाओं के लिए फंड देगी। साल भर सभी तरह की दवाएं, मेडिकल एक्सेसरीज मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग में पदों को जल्द भरा जाएगा। अगले 15 दिनों के भीतर राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कलेक्टरों को आयुष अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश देंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि डॉक्टरों को सार्वजनिक स्वास्थ्य रक्षक के रूप में कार्य करना चाहिए और डॉक्टरों की देखभाल की जिम्मेदारी सरकार की है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर जिम्मेदारियों की उपेक्षा की जाती है तो इसमें कुछ भी उपेक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद में 24 करोड़ रुपये की लागत से एक  केंद्र स्थापित किया गया है, जो इंतजार किए बिना 24 घंटे के भीतर अस्पतालों में मरम्मत करता है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों और शिक्षा कर्मचारियों को समय पर वेतन देने और खान-पान में सुधार के लिए अगले वित्तीय वर्ष से नए चार्ज लिए जाएंगे। उन्होंने कहा, हम अपने राज्य में आशा कार्यकर्ताओं को प्रति माह 9,750 रुपये का भुगतान कर रहे हैं, जैसा कि देश के किसी अन्य राज्य में नहीं है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों के साथ सम्मान से पेश आने की जिम्मेदारी सरकार की है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाएं हर माह नियमित रूप से अपनी जांच कराएं, लापता व्यक्तियों का पता लगाएं और आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जांच कराएं। उन्होंने कहा कि गांवों में डॉक्टरों को लोगों को प्रदान की जाने वाली चिकित्सा सेवाओं पर जोनल काउंसिल की बैठकों में शामिल होना चाहिए और जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों को सूचित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को सरकारी अस्पतालों में प्रसव की संख्या बढ़ानी चाहिए और यह देखना चाहिए कि सामान्य प्रसव हो। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सर्वोत्तम परिणाम दिखाएंगे और एनएसी मान्यता प्राप्त अस्पतालों को पांच लाख रुपये का अनुदान प्रदान करेंगे।  आदिलाबाद में लक्ष्य के अनुरूप टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि उपकेंद्रों के निर्माण के लिए मकानों के बीच भूमि आवंटित की जाती है तो उपकेंद्र भवन निर्माण के लिए 16 लाख रुपये आवंटित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से टेली-परामर्श कार्यक्रम चलाया जाना चाहिए। डॉक्टरों ने वीडियो कॉल करने का सुझाव दिया क्योंकि आशा को स्मार्टफोन उपलब्ध कराए जा रहे थे।

प्राथमिक और शहरी स्वास्थ्य केंद्रों के कामकाज का निरीक्षण करने और अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों के लिए आवश्यक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए आदिलाबाद जिले में पांच अधिकारियों को भेजा। यह सुझाव दिया गया कि स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधाओं के डिजाइन के लिए चिकित्सक पर्यवेक्षण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि तेलंगाना डायग्नोस्टिक सेंटर की सेवाओं का उपयोग किया जाए। मंत्री ने बताया कि हर महीने इसकी समीक्षा की जाएगी। आरबीएसके स्क्रीनिंग कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है। इस अवसर पर मंत्री ने कोरोना काल में सेवा करनेवाले डॉक्टरों और शिक्षा कर्मचारियों द्वारा लोगों को दी जा रही सेवाओं की सराहना की। अवसर पर वन, पर्यावरण, न्याय और राजस्व राज्य मंत्री ए.के. इंद्रकरन रेड्डी, जेडपी अध्यक्ष राठाेड़ जनार्दन, विजया लक्ष्मी, टीएसएमएसआईडीसी अध्यक्ष एरोला श्रीनिवास, चिकित्सा आयुक्त  करुणा, डीएमई रमेश रेड्डी,  कलेक्टर सिक्ता पटनायक, मुशर्रफ अली फारूकी, एमएलसी दांडे विट्टल, विधायक जोगू रामन्ना, रेखा श्याम नायक, अतिरिक्त कलेक्टर, चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा कर्मचारी आदि उपस्थीत थे।