वैक्सीन का युद्धस्तर पर वितरण किया जाए- कलेक्टर सिकता पटनायक

आदिलाबाद 3 दिसंबर ( प्रतिनीधी), कलेक्टर सिकता पटनायक ने कहा कि, ओमाइक्रोन वैरिएंट के प्रसार से पहले जिले के सभी पात्र लोगों को डबल डोज वैक्सीन उपलब्ध कराने की योजना के साथ काम करना चाहिए। शुक्रवार को कलेक्टर सभागार में आदिलाबाद टाउन वार्ड के विशेष अधिकारियों, जोनल विशेष अधिकारियों, तहसीलदारों, एमपीडीओ, एमपीओ और नगर निगम के अधिकारियों के साथ एक अलग बैठक हुई। बैठक के दौरान कलेक्टर ने कहा कि, शासन के मुख्य सचिव के निर्देशानुसार जिले में शत-प्रतिशत टीकाकरण वितरण कार्यक्रम अगले 20 दिनों के भीतर पूरा किया जाए। नगर आयुक्त को शहरी क्षेत्र के 49 वार्डों में 172 कॉलोनियों में रहने वाले सभी पात्र व्यक्तियों को वैक्सीन वितरित करने और प्रत्येक अवधि के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि नगर पालिका प्रत्येक वार्ड में दो सौ प्रतिदिन की दर से 10 हजार लोगों को प्रतिदिन टीका उपलब्ध कराये। उन्होंने कहा कि, स्टोर पर कर्मचारियों को उनकी सूची के अनुसार टीका लगाया गया है या नहीं, इसका विवरण एकत्र करने के लिए और उन लोगों को दिया जाना चाहिए जिन्हें टीका नहीं लगाया गया है। यह भी सुझाव दिया गया कि वितरण के दौरान लाभार्थियों को टीका लगाया गया था या नहीं, इसका विवरण भी एकत्र किया जाना चाहिए और प्रदान किया जाना चाहिए। संबंधित कालोनी नोडल अधिकारी को संबंधित वार्डों में शत-प्रतिशत पूर्णता का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना चाहिए, जिसकी स्वाच्छिक रूप से जांच कर वार्ड नोडल अधिकारी द्वारा प्रमाणित किया जाना चाहिए। मेपमा स्टाफ ने कस्बे में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं से सहयोग लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारी समन्वय से काम कर रहे हैं उन्हाेने उन्हें बधाई दी।

विशेष अधिकारियों, तहसीलदारों, एमपीडीओ और एमपीओ के साथ बैठक में कहा कि जिले में 126 उपकेंद्र और 22 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक उपकेन्द्र में एक सौ प्रतिदिन की दर से टीका लगवाएं। चिकित्सा अधिकारियों को प्रत्येक आवास के लिए एक नोडल अधिकारी, प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए एक प्रभारी अधिकारी और प्रत्येक उप-केंद्र के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए गए। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति दिन दसियों हजार की दर से टीकाकरण किया जाना चाहिए। ग्राम नोडल अधिकारी ने कहा कि प्रमाणीकरण दस्तावेज संबंधित गांवों में शत-प्रतिशत पूर्ण है या नहीं, इसकी जांच के बाद ही प्रस्तुत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अभी तक पहली खुराक नहीं ली है, उन्हें टीका लगाया जाना चाहिए और दूसरी खुराक नियमित रूप से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि,  उन्होंने कहा कि  पैम्फलेट बांटे जाएं और अलग-अलग भाषाओं में बने वॉयस मैसेज को नगर निगम व ग्राम पंचायत कचरा संग्रहण ट्रैक्टरों के माध्यम से फैलाया जाए। सामुदायिक संघटकों की सहायता लेने का सुझाव दिया जाता है। स्पष्ट निर्देश जारी किए गए कि सभी को मास्क पहनना चाहिए और सामाजिक दूरी का पालन करना चाहिए। जिले में सरकारी विभागों में कार्यरत स्थायी एवं अस्थाई कर्मचारियों को दो डोज में लिए गए टीकाकरण का ब्योरा देना अनिवार्य है। आईटीडीए के परियोजना अधिकारी अंकित ने कहा कि, जिन लोगों का अभी तक टीकाकरण नहीं हुआ है, उनकी सूची के अनुसार उन्हें टीका लगाकर टीका लगाया जाना चाहिए। आदिवासी क्षेत्रों में प्रेरकों का सहयोग लेने की बात कही।  अपर कलेक्टर रिजवान बाशा शेख ने कहा कि, ग्रामीण क्षेत्रों में वार्ड विशेष अधिकारी, कॉलोनी नोडल अधिकारी, गांव, उपकेंद्र और पीएचसी नोडल अधिकारी नियुक्त कर शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाएं। कहा जाता है कि मिशन मोड में हर दिन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक टीकाकरण होता है। उन्होंने कहा कि जिला अधिकारी समय-समय पर निगरानी करेंगे और दैनिक आधार पर रिपोर्ट जमा करेंगे। उन्होंने कहा कि गांवों और वार्डों में शत-प्रतिशत टीकाकरण के झूठे प्रमाण पत्र जमा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बैठक में नगर आयुक्त शैलजा, जिला चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ नरेंद्र राठाेड़, जिला पंचायत अधिकारी श्रीनिवास, जिला टीकाकरण अधिकारी विजयसारथी, आदिलाबाद शहरी वार्ड के विशेष अधिकारी, मंडल के विशेष अधिकारी, तहसीलदार, एमपीडीओ, एमपीओ, नगर निगम के अधिकारी और अन्य उपस्थित थे।