राज्य में पत्रकारों को तथ्य लिखने की आजादी नहीं - हुजूराबाद विधायक इटेला राजेंदर

 हैदराबाद 3 दिसम्बर ( प्रतिनीधी), पूर्व केंद्रीय मंत्री और हुजूराबाद विधायक इटेला राजेंदर ने कहा कि, आज राज्य में पत्रकारों को अपनी पत्रिकाओं में भी तथ्य लिखने की आजादी नहीं है और यहां तक ​​कि यूट्यूब चैनलों पर भी तथ्य प्रकट नहीं कर सकते। कुछ लोग सोचते हैं कि पत्रकारों को दमन और धमकी देकर हिरासत में लिया गया है, लेकिन यह दमन कल के पतन का संकेत है।  वह सोमाजीगुडा प्रेस क्लब में स्मॉल एंड मीडियम मैगजीन एसोसिएशन के अध्यक्ष युसूफ बाबू की अध्यक्षता में जेएसी द्वारा आयाेजित अभिनंदन  बैठक में अपने व्यक्त कर रहे थे।  उन्होंने याद दिलाया कि क्षेत्रीय दैनिकों के पत्रकारों और संपादकों ने तेलंगाना आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और वे वहां गए थे जहां वे नहीं जा सकते थे। उन्हाेंने कहा कि, राज्य में पानी, फंडिंग, नियुक्तियां, स्वाभिमान, स्वतंत्रता और स्वतंत्रता चाहते थे, लेकिन आज के शासन में सब कुछ एक सपने जैसा है।केसीआर ने राज्य के लिए लड़ने वालों को दरकिनार कर दिया गया। 

अवसर पर आंध्र प्रदेश प्रेस अकादमी के पूर्व अध्यक्ष सुरेंदर, वरिष्ठ पत्रकार प्रसाद , अलवाला हनुमंथु, नसीरुद्दीन कादरी, सूर्य राव, दयानंद, बिंगी स्वामी, आजम खान, अख्तर हुसैन, गौस मोहम्मद, भूपति राजू, रविंदर रेड्डी अफरोज कुरैशी, माधव रेड्डी, बिंगी स्वामी, शनूर बाबा, राजी रेड्डी, मोहम्मद कासिम, मोहसिन, संदेश भारद्वाज, अमन, अनिल, सूमी  माया गौड़, वेंकटया, खतीब, मारुति चौधरी, सत्यम, रामकृष्ण, श्रीनिवास, जोहरी, रामू,  रामा राव, वेंकटेश, सत्यनारायण, विजय, मैथ्यूज, वेंकन्ना, आफताब, नागेश, जगन, मूर्ति, विजया कुमार, रफीक, रहमान, प्रभाकर आदि उपस्थीत थे।  बैठक से पहले हाल ही में मृत  120 पत्रकारों और छोटी पत्रिका के संपादकों काे  दाे मिनीट का माैन रखकर श्रद्धांजली अर्पत की गई। लघु पत्रिका संघ के महासचिव बालकृष्ण ने सभी का स्वागत तथा उप महासचिव अशोक ने आभार व्यक्त किया।