आदिलाबाद 2 नवंबर (प्रतिनीधी), राज्य महिला
एवं बाल कल्याण विभाग की सचिव दिव्या देवराजन ने कहा कि, आदिवासी संस्कृति
और परंपराएं महान हैं। डंडारी के अवसर पर नारनुर मंडल के जमादा गांव में
आयोजित डंडारी गुसाड़ी कार्यक्रम में वे मुख्य अतिथि थी। इस अवसर का ग्रामीणों
द्वारा गर्मजोशी से उनका स्वागत किया गया। पूजा के बाद बैठक शुरू हुई। उन्होंने कहा कि आपको देखकर मुझे बहुत खुशी हुई। कलेक्टर के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें
आदिवासियों द्वारा जंगूबाई के नाम से जाना जाता था। वर्तमान में कार्यरत
कलेक्टर, आईटीडीए पी.ओ. द्वारा मुझे दिए गए सम्मान को मैं कभी नहीं
भूलूंगी। उन्होंने कहा कि कलेक्टर
गांव की समस्याओं को देखेंगे । उन्होंने कहा कि जिला महिला एवं बाल कल्याण
विभाग के माध्यम से आवश्यक सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि आदिवासी
बच्चों को पौष्टिक भोजन दिया जा रहा
है।
उन्होंने स्वास्थ्य और शिक्षा पर ध्यान देने की बात कही। उन्होंने कहा कि केरल राज्य में
गांव के सरपंच बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने में प्रतिस्पर्धा
कर रहे है। कलेक्टर सिक्ता पटनायक ने कहा कि, दिव्या
मैडम के डंडारी में भाग लेने के लिए आना खुशी की बात है। परंपरागत रूप से
दिवाली उत्सव का आयोजन होने जा रहा है। सभी को कोविड का टीका लगवाने के लिए
कहा गया, पहली खुराक लेने वालों और दूसरी खुराक लेने वालों को, जिन्होंने
अभी तक नहीं लिया था, उन्हें तुरंत लेने को कहा गया। उन्होंने कहा कि राज्य
सरकार ने संयुक्त आदिलाबाद जिले को डंडारी उत्सव के लिए एक करोड़ रुपये की
मंजूरी दी है और उन्हें आईटीडीए के माध्यम से वितरित किया जाएगा।
जिला
परिषद के अध्यक्ष राठाेड़ जनार्दन ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं का समाधानकिया जा रहा है। आईटीडीए के परियोजना अधिकारी
अंकित ने कहा कि पोशन अभियान के तहत गांव को आंगनबाडी भवन, सड़क की सुविधा
और बच्चों के लिए पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार
डंडारी के लिए स्वीकृत करोड़ रुपये बांटेगी। इसके बाद सचिव व कलेक्टर ने
महिलाओं के साथ डांस किया। इस अवसर पर महिला आयोग की सदस्य ईश्वरीबाई, मोटूबाई, मेडी दुर्गा पटेल, विद्युत विभाग एसई, उत्तम जेड, डीटीडीओ संध्यारानी, डीडब्ल्यूओ मिल्का, सरपंच, एमपीटीसी, ग्रामीण, तहसीलदार एमपीडीओ आदि उपस्थित थे।