आदिलाबाद 7 अक्तूबर (प्रतिनीधी), कलेक्टर सिकता पटनायक ने कहा कि, जिन गांवों का शत-प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है, उन्हें कोरोना मुक्त गांव घोषित किया जाएगा। कलेक्टर ने गुरुवार को गादीगुड़ा मंडल के रामपुर गांव में टीकाकरण कार्यक्रम का निरीक्षण किया। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि गांव के बुजुर्गों, सरपंच, अन्य जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के प्रयासों से आदिवासी क्षेत्रों में शत-प्रतिशत टीकाकरण होगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की प्रेरणा को स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से सफल बनाया जा रहा है। टीकाकरण कार्यक्रम से सभी को लाभ उठाना चाहिए और वायरस से संक्रमित होने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि दशहरा उत्सव से पहले टीका लगाया जाता है, तो वायरस का प्रभाव नहीं होगा और सभी को टीका लगाया जाना चाहिए और उनके आसपास के लोगों और रिश्तेदारों को यह बताया जाना चाहिए कि टीका कैसे लगाया जाए।
उन्होंने कहा कि सड़क, मिशन भागीरथी पेयजल, स्कूल, आंगनबाडी भवन, जमीन के मुद्दे जो गांव की समस्याएं हैं, उनके दायरे में हल किया जाएगा और उनके दायरे में नहीं आने वाले मुद्दों पर सरकार को भेजा जाएगा। स्थानीय चिकित्सा अधिकारी डॉ पवन कुमार ने कहा कि, ग्रामीणों की सेवा सराहनीय है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास कार्यक्रमों के तहत स्वच्छता, डंपिंग यार्ड, कब्रिस्तानों का निर्माण और ग्रामीण प्रकृति अभयारण्य की स्थापना का कार्य किया गया है ।स्वास्थ्य के जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र राठाेड़ ने कहा, टीके के बारे में किसी भी मिथक पर विश्वास न करें। गर्भवती महिलाओं, प्रसवोत्तर महिलाओं और पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों को भी टीका लगाया जा सकता है। अतिरिक्त जिला ग्रामीण विकास अधिकारी रविंदर राठाेर ने कहा कि, जब उन्हें विशेष रूप से गदीगुडा मंडल में भेजा गया था, तो यहां के आदिवासियों ने टीका लेने से इनकार कर दिया और स्थानीय ग्राम प्रधान, सरपंचों और अन्य जन प्रतिनिधियों की मदद से जागरूकता बैठकें आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। गांव की एक १०४ वर्षीय महिला नर्मदाबाई ने सबसे पहले टीका लगाया और उसे एक उदाहरण के रूप में लिया और गांव में टीकाकरण शुरू किया। रामपुर ग्राम पंचायत में 13,900 पात्र लोग हैं और अब तक 9000 से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। अगले एक दो दिनों में शत-प्रतिशत वैक्सीन विलेज घोषित कर दिया जाएगा। लगभग 85 प्रतिशत टीकाकरण झरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में और 60 प्रतिशत गादीगुड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में किया गया। जोन के उपाध्यक्ष योगेश ने कहा, हम जोन में प्रेरणा शिविरों का आयोजन व प्रचार कर रहे हैं और टीकाकरण करा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि गांव की समस्याओं का समाधान किया जाए और परिवहन की सुविधा मुहैया कराई जाए। वीडियो कांफ्रेंस करने वाले अधिकारियों ने सुझाव दिया कि जनप्रतिनिधियों की समस्याओं को जाना जाए और उनका समाधान किया जाए। सरपंच आत्माराम माहेश्वरी ने कहा कि टीकाकरण, आंगनबाडी एवं विद्यालय भवनों के निर्माण एवं मिशन भगीरथ पेयजल की प्रतिदिन आपूर्ति के लिए शत-प्रतिशत प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि गांव महाराष्ट्र से केवल एक किलोमीटर दूर है और यहां कोई सड़क सुविधा नही , विशेष रूप से गर्भवती महिलाएं समस्या है, और संबंधित अधिकारियों से कहा कि वे जल्द से जल्द सड़क निर्माण का काम शुरू करें। चिकित्सा अधिकारी डॉ पवन कुमार ने बताया कि 24 बस्तियों में शत-प्रतिशत टीकाकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है। हम झरी और गादीगुड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लोगों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। प्रत्येक गुरुवार को गर्भवती महिलाओं का टेस्ट किया जाता है। कार्यक्रम में एमपीडीओ रामेश्वर, तहसीलदार अर्का मोतीराम, अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी, ग्रामीण आदि उपस्थित थे।