आदिलाबाद 7 अक्तूबर (प्रतिनीधी), एसपी एम राजेश चंद्रा ने कहा कि प्रत्यक्षदर्शियों और तकनीक की मदद से जांच की जा रही है ताकि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जा सके और आरोपी को कड़ी सजा दी जा सके गुरुवार को जिला उच्च न्यायालय परिसर में अभियोजन विभाग में रामनारेड्डी से मुलाकात की। इस मौके पर पीपी रामनारेड्डी से हत्याकांड में मौजूद चश्मदीदों से पूछताछ के बारे में पूछा गया। बाद में संवाददाता सम्मेलन में जिला एसपी ने कहा कि पिछले साल 18 दिसंबर को दिनदहाड़े हुई कुख्यात टाटीगुड़ा कॉलोनी में हुई गोलीबारी की घटना के गवाहों की जांच जारी रहेगी।
नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष फारूक अहमद ने पूर्व पार्षद जमीर की 26 दिसंबर को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जबकि सभी देख रहे थे। उन्होंने कहा कि मामला सेकंड टाउन पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और 26 मई को सशस्त्र बलों के सीआई पोताराम श्रीनिवास द्वारा एक जांच शुरू की गई थी, जिन्होंने अंतिम रिपोर्ट जमा करने के बाद उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार फास्ट-ट्रैक तरीके से त्वरित सुनवाई का आदेश दिया था। गवाहों की गवाही जारी है और छठी प्रत्यक्ष गवाह सुनवाई आज भी जारी है। अभियोजन पक्ष ने अदालत के समक्ष अपना मामला दृढ़ता से रखा है, और विशेष गवाहों को बिना किसी घबराहट के घटना को ईमानदारी से अदालत में संदर्भित करने के लिए कहा गया है। इस घटना के विशेष चश्मदीद थे, जिन्होंने कहा कि दिन दहाडे में सार्वजनिक रूप से एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि अदालत ने घटना से संबंधित तकनीकी साक्ष्यों को जांच के लिए फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भेजे जाने के बाद जारी एक रिपोर्ट संलग्न की है। उन्होंने कहा कि अदालत प्रत्यक्ष साक्ष्य पेश करेगी ताकि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके और गवाहों की सुनवाई तेजी से पूरी की जा सके ताकि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिल सके। मुख्य आरोपी फारूक अहमद द्वारा दायर याचिका में मामले को स्थगित करने और किसी अन्य अदालत में स्थानांतरित करने की मांग उच्च न्यायालय में लंबित है। अवसर पर स्पेशल पीपी रामनारेड्डी, सेकेंड अर्बन सीआई पोताराम श्रीनिवास, ट्रैफिक एसआई शेख अब्दुल बखी और अन्य उपस्थीत थे।