आदिलाबाद 25 सितंबर (प्रतिनीधी), कलेक्टर सिकता पटनायक ने कहा कि, जिले में उद्योग मालिकों को इस तरह से व्यापार करना चाहिए कि वे अपने उत्पादों का निर्यात कर सकें। आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर शनिवार को कलेक्ट्रेट कक्ष में जिला उद्योग विभाग के तत्वावधान में वाणिज्य, उद्योग एवं राज्य मंत्रालय के सहयोग से वाणिज्यिक उत्पादों के निर्यात पर विभिन्न निर्माताओं एवं उद्योगपतियों के साथ बैठक की गयी। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि आदिलाबाद जिला कपास की फसल के नाम से जाना जाता है और कपास की फसल की खेती गुणवत्ता और निर्यात योग्य तरीके से की जा रही है। इसी तरह छोटे उद्योगों और कुटीर उद्योगों को भी इसके लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और विपणन की सुविधा प्रदान की जानी चाहिए।
उद्योग विभाग के अधिकारी को सफाई रसायन, मसाले, हैंडबैग, बिस्कुट बनाने और अन्य आवश्यक वस्तुओं का उत्पादन और आपूर्ति करने वालों को प्रोत्साहन प्रदान करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के नेतृत्व वाले इस कार्यक्रम से उद्योगों को जिले से देश के अन्य हिस्सों में निर्यात करने में मदद मिलेगी। जिला प्राधिकारियों के समन्वय से कुटीर उद्योगों को निर्देश दिये गये कि वे अपनी उपज के उपयोग की व्यवस्था शासकीय कार्यालयों, छात्रावासों, अस्पतालों, नगर पालिकाओं एवं पंचायतों में करें। उन्होंने कस्बे में कॉटन जिनिंग मिलों के मालिकों से बात की और उनसे कहा कि वे अपनी किसी भी समस्या की रिपोर्ट करें और सरकार को इस तरह से रिपोर्ट करें जिससे सरकार के मामले में जितना संभव हो सके उतना सहयोग मिल सके। इस अवसर पर कई जिनिंग मिल मालिकों ने कहा कि जिले में कपास की फसल की खरीद की व्यवस्था के बावजूद, गुणवत्ता वाले कपास की उपलब्धता के बावजूद, अपेक्षित प्रगति नहीं हुई है, परिवहन लागत अधिक है, जिनिंग मिलों में अकुशल श्रमिक हैं और तकनीकी प्रशिक्षण की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिनिंग मिलों में काम करने वालों के पास संबंधित डिप्लोमा होना चाहिए और कताई मिलों में काम करने वालों के पास टेक्सटाइल इंजीनियरिंग की शिक्षा होनी चाहिए। कलेक्टर को शासकीय अनुदान, विपणन सुविधा एवं सैम्पल संग्रहण की व्यवस्था करने कहा गया। जिला उद्योग विभाग के महाप्रबंधक पद्मभूषण राजू ने कहा कि, जिले में उत्पादों की मौजूदगी के बावजूद विभिन्न कंपनियों से प्रतिस्पर्धा के लिहाज से विपणन की सुविधा नहीं है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर के निर्देशानुसार सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थानीय स्तर पर उत्पादित आवश्यक वस्तुओं को उपयोग में लाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। कार्यक्रम में उद्योग विभाग के सहायक निदेशक मधुसूदन चारी, जिला पंचायत अधिकारी श्रीनिवास, जिला विपणन अधिकारी श्रीनिवास, विभिन्न कल्याण विभागों के अधिकारी, उद्योग मालिक, कुटीर उद्योग के नेता आदि उपस्थित थे।
निर्यात गुणवत्ता वाले उत्पादों का उत्पादन करें - जिला कलेक्टर सिकता पटनायक