आदिलाबाद 27 अगस्त (प्रतिनीधी), कलेक्टर सिकता पटनायक ने कहा कि, कल्याण और विकास कार्यक्रमों में प्रगति करनी चाहिए ताकि जिले का नाम उंचा हो सके। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में एमपीडीओ और एपीओ के साथ हरिता हारम, एवेन्यू प्लांटेशन, बृहत पल्ले नेचर गार्डन, रोजगार गारंटी वृद्धि, स्वच्छता कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक आयाेजित की गई । अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि हरिता हारम कार्यक्रम के तहत जिले में जहां 43 लाख 64 हजार 500 पौधे लगाने का लक्ष्य है, वहीं अब तक 42 लाख 95 हजार 225 पौधों पर 98.42 प्रतिशत प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि, लगाए गए पौधों की देखभाल करना सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि, ग्रामीण नेचर पार्कों के लिए चिन्हित भूमि में गड्ढा खोदने का कार्यक्रम शुरू किया जाए । उन्होंने सुझाव दिया कि, रोजगार गारंटी कार्यों में मजदूरों की संख्या बढ़ाई जाए और पंचायत सचिवों को गांवों में काम की निगरानी करनी चाहिए। मानसून के मौसम के संदर्भ में स्वच्छता कार्यक्रमों को व्यापक रूप से चलाया जाना चाहिए। मौसमी बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए सीवरों में सीवेज को हटाया जाना चाहिए। जलाशयों को साफ रखा जाना चाहिए और मच्छरों के प्रसार को रोकने के लिए जल भंडारण क्षेत्रों पर रसायनों और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाना चाहिए। पंचायत प्राधिकारियों को स्कूलों और आंगनबाडी केंद्रों की सफाई के लिए कदम उठाने चाहिए क्योंकि स्कूलों और आंगनबाडी केंद्रों को नियमों के अनुपालन में एक सितंबर से फिर से खोल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि एमपीडीओ को इस महीने की 30 तारीख तक स्कूलों और आंगनबाड़ियों का निरीक्षण करने और प्रमाणपत्र जमा करने के लिए टीमों का गठन करना चाहिए। यह सुझाव दिया गया कि जिला स्तर पर हुई बैठकों में जोनल और ग्राम स्तर के अधिकारियों को जारी निर्देश और निर्देश पंचायत सचिवों के पास जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता से मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों का प्रकोप हो सकता है और उन क्षेत्रों में विशेष अभियान स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। अपर कलेक्टर रिजवान बाशा शेख ने कहा कि, हरिता हारम कार्यक्रम के तहत बड़े ग्रामीण प्रकृति पार्कों की स्थापना के लिए आवंटित भूमि से निरुपयाेगी पौधों को हटाया जाए, जमीन को समतल किया जाए। एवेन्यू, मल्टी लेयर प्लांटेशन का काम लक्ष्य के अनुरूप पूरा करने की बात कही गई है।
उन्होंने कहा कि, बहुस्तरीय वृक्षारोपण को पूरा करने की जिम्मेदारी एपीओ की है। उन्होंने कहा कि रोजगार गारंटी श्रमिकों को संगठित किया जाए और प्रत्येक ग्राम पंचायत में श्रमिकों की संख्या 15 से कम न हो ।उन्होंने कहा कि एपीओ को फील्ड ट्रिप ठीक से करनी चाहिए और मास्टर्स की जांच करनी चाहिए। एमपीडीओ को स्कूलों और आंगनबाडी केंद्रों को खोलने के मद्देनजर स्कूलों और आंगनबाडी केंद्रों पर गौर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि न केवल सरकारी स्कूलों बल्कि निजी स्कूलों को भी स्वच्छता कार्यक्रमों को देखना चाहिए और उनकी निगरानी करनी चाहिए। कक्षाओं और शौचालयों की सफाई कराई जाए। खासकर लड़कियों के शौचालय में दरवाजे जरूर होने चाहिए। जोनवार रिपोर्ट देनी होगी। मौसमी बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए अग्रिम व्यवस्था की जानी चाहिए। पंचायत सचिवों को निर्धारित समय के भीतर कार्यों के कामकाज की निगरानी करनी चाहिए। बैठक में जिला वनाधिकारी राजशेखर, जिला ग्रामीण विकास अधिकारी किशन, जेडीपीई के सीईओ गणपति, जिला पंचायत अधिकारी श्रीनिवास, अपर जिला ग्रामीण विकास अधिकारी रविंदर राठाेड, एमपीडीओ, एपीओ आदि उपस्थित थे।
कल्याण और विकास कार्यक्रमों में प्रगति करनी चाहिए - कलेक्टर सिकता पटनायक