आदिलाबाद 25 अगस्त (प्रतिनीधी),जिला कलेक्टर सिकता पटनायक ने कहा कि, चिकित्सा अधिकारी आदिवासी क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं की मासिक स्वास्थ्य जांच की करें। बुधवार को आईटीडीए कैंप कार्यालय में चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक की। कलेक्टर ने कहा कि, आदिवासी क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं की चिकित्सा जांच चिकित्सा अधिकारियों द्वारा उचित रूप से की जानी चाहिए और प्रसव के दौरान किसी भी तरह की जटिलता को रोकने के लिए आवश्यक उपाय करने चाहिए। चिकित्सा अधिकारी काे क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को विवरण पता होना चाहिए और उन गर्भवती महिलाओं की पहचान करने की योजना है बनाकर परीक्षण किया जाना चाहिए।
उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को विशेष उपचार मुहैया कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि योजना के अनुसार चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती हैं तो कोई समस्या नहीं होगी। उपचार प्रदान करने वालों का विवरण ऑनलाइन पंजीकृत किया जाना चाहिए। किसी भी गर्भवती महिला को चिकित्सा के अभाव में कारण मरने नहीं दिया जायेंगा। स्थानीय सरपंच ने गांव के बुजुर्गों के सहयोग से सुझाव दिया कि अगर वह गर्भावस्था परीक्षण के लिए उपस्थित नहीं होती है तो उसका पता लगाएं। उसे मौजूदा पीएचसी के भीतर चेकअप के बारे में सूचित किया जाना चाहिए। आईटीडीए अधिकारी भावेश मिश्रा ने कहा कि, स्थानीय भाषाओं में अभियान चलाया जाएगा ताकि गर्भवती महिलाएं मासिक परीक्षण कर सकें। उन्होंने कहा कि हम हर महीने 2 या 3 पीएचसी में आईटीडीए फंड से इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया किया जायेंगा। आदिवासी क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं को बेहतर चिकित्सा सेवा प्रदान करने की योजना के साथ चिकित्सा अधिकारी सेवाएं देने जा रहा है। अवसर पर डीएमएचओ नरेंद्र राठाेड़, अतिरिक्त डीएमएचओ मनोहर, डीएमओ श्रीधर, डीआईओ विजया सारथी, नव्या सुधा, चिकित्सा अधिकारी और अन्य उपस्थित थे।