आदिलाबाद 6 अक्तूबर, जिला कलेक्टर सिकता पटनायक ने कहा कि, जिले के अस्पतालों से निकलने वाले जैव कचरे का संग्रहण और प्रबंधन राेज किया जाना चाहिए। मंगलवार को कलेक्ट्रेट ने सम्मेलन हॉल में जैव कचरे के प्रबंधन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि, जैव-अपशिष्ट प्रबंधन पर जैव-चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन नियम -2016 के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के तत्वावधान में निगरानी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि, सरकारी अस्पतालों में संचालित चिकित्सा सेवाओं को दैनिक रखरखाव करना चाहिए ताकि सर्जरी के माध्यम से उत्पन्न जैव अपशिष्ट को इकट्ठा किया जा सके। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में स्वच्छता कार्यक्रमों को सही तरीके से चलाया जाना चाहिए।
इससे पहले राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय के कार्यकारी अभियंता भिक्षापति ने जैव अपशिष्ट प्रबंधन नियमों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि, सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों, चिकित्सा कर्मचारियों और पशुपालन विभाग के डॉक्टरों के लिए जैव अपशिष्ट प्रबंधन पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में आरआईएमएस के निदेशक बलराम नायक, प्रभारी जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. साधना, पशुपालन विभाग के डॉ. रामा राव, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. विजयसारथी, डॉ. शोभा पवार, रिम्स के डॉक्टर, कर्मचारी और अन्य लोग उपस्थित थे।