आदिलाबाद 25 अगस्त, जिला कलेक्टर सिकता पटनायक ने कहा कि, पल्ले प्रगति कार्यक्रम के तहत किए जाने वाले काम को तेजी से पूरा किया जाना चाहिए। कलेक्ट्रेट से जोनल विकास अधिकारियों, तहसीलदारों, पंचायती राज इंजीनियरिंग स्टाफ और ग्रामीण स्तर के कर्मचारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर समीक्षा की गई। आगामी दस से पंद्रह दिनों में ग्रामीण भूनिर्माण, दफन आधार, किसान प्लेटफार्मों, अलगाव शेड, खाद शेड और वृक्षारोपण के निर्माण को पूरा करने के लिए निर्देशित किया। जिले की 468 ग्राम पंचायतों के लिए 465 ग्राम पंचायतों में भूमि की पहचान की गई है और अब तक 403 ग्राम पंचायतों और 660 बस्तियों में 8.61 लाख पौधे लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि, जिले में 101 समूहों में फार्म प्लेटफॉर्म बनाने और उन्हें शीघ्र पूरा करने के लिए काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि जिले में 467 ग्राम पंचायतों में कम्पोस्ट शेड निर्माण के लिए अब तक 157 संरचनाएँ पूरी हो चुकी हैं। सभी कार्यों काे इंजीनियरिंग अधिकारियों ने गांवों में काम शुरू करने में तेजी लाने के लिए कदम उठाने चाहिए। अपर कलेक्टर जी. संध्यारानी ने कहा कि भूमि का ब्योरा राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज किया जाना चाहिए और दानदाताओं द्वारा दी गई भूमि को फॉर्म-सी में लिया जाना चाहिए और राजस्व रिकॉर्ड में शामिल किया जाना चाहिए। स्थानीय निकायों के अतिरिक्त कलेक्टर एम. डेविड ने कहा कि, संबंधित एजेंसियों पर गांवों में किए जा रहे काम में तेजी लाने के लिए दबाव डाला जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि निर्धारित समय के भीतर काम पूरा नहीं होने पर पंचायती राज अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। इंजीनियरिंग कर्मचारियों को कार्यों के पर्यवेक्षण पर ध्यान देना चाहिए। जिला ग्रामीण विकास अधिकारी राजेश्वर राठाेर ने कहा कि, ग्रामीण प्रगति के साथ स्वच्छता बनाए रखी जानी चाहिए। विभिन्न योजनाओं के तहत शौचालय निर्माण के लिए पहचान किए गए लाभार्थियों को अनुदान के विवरण पर संबंधित पंचायत सचिवों के साथ समीक्षा करने की सलाह दी । वीडियो कॉन्फ्रेंस में राजस्व क्षेत्र अधिकारी जे.राजेश्वर, जिला पंचायत अधिकारी श्रीनिवास, जिला कृषि अधिकारी वेंकटी, तहसीलदार, एमपीडीओ और अन्य लोग उपस्थित थे।