हैदराबाद 2 जून , अनलॉक फेज 1 में हैदराबाद के लोग बेफिक्री में जी रहे हैं। सड़कों पर ट्रैफिक गुलजार है साथ ही मार्केट में भी दिनों दिन भीड़ बढ़ती जा रही है। यहां तक कि सामाजिक दूरी की मर्यादा भी भूलने लगे हैं। इस बीच जो रिपोर्टें आ रही है वो चौंकाने वाली है। इससे पहले सरकार और प्रशासन का दावा था कि हैदराबाद के कंटेनमेंट जोन तक ही वायरस का संक्रमण सीमित है। जबकि हालिया स्थिति देखें। तो हैदराबाद के जीएचएमसी एरिया के विभिन्न हिस्सों से कोरोना स्प्रेड के मामले आ रहे हैं। तेलंगाना में जन स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के निदेशक डॉ जी श्रीनिवास राव बताया कि, हैदराबाद में तेजी से कोरोना वायरस सामूदायिक संक्रमण की ओर बढ़ रहा है। लॉकडाउन खत्म होने का मतलब ये नहीं कि कोरोना का संक्रमण कम हुआ है। लिहाजा लोगों को सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना ही चाहिए। हैदराबाद में कई बुजुर्गों को संक्रमण के मामले आए हैं। जो घरों से बाहर नहीं निकलते थे। ये जरूर है कि घर के बाकी सदस्यों का नियमित तौर पर घरों से बाहर निकलने का रिकॉर्ड रहा है। जिनके जरिए बुजुर्ग भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए।
याद रहे बीते 29 मई से 31 मई के बीच हैदराबाद में संक्रमण में 74 फीसदी का इजाफा हुआ है। आशंका जताई जा रही है कि हैदराबाद में बड़ी संख्या में ऐसे कोरोना मरीज है जिनमें लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं साथ ही इनका टेस्ट भी अभी तक नहीं हो सका है। आने वाले समय में हैदराबाद और तेलंगाना में हालात भयावह हो सकते हैं। तेलंगाना ने जहां अंतरराज्यीय बस सेवा को इजाजत दी है। वहीं आंध्र-तेलंगाना की सीमा पर बसों को एंट्री नहीं मिल रही है। वजह ये कि आंध्र प्रदेश की जगन मोहन सरकार ने अंतरराज्यीय बस सेवा अभी बहाल नहीं की है। आंध्र प्रदेश के पुलिस महानिदेशक गौतम संवाग ने नोटिस जारी कर जानकारी दी है कि लोगों, परिवहन और मालवाहक वाहकों की अंतरराज्यीय आवाजाही पर रोक कायम है। जो लोग दूसरे राज्यों से निजी वाहन से आंध्र प्रदेश में प्रवेश करना चाहते हैं उन्हें आंध्र प्रदेश पुलिस से ई पास लेना होगा। आंध्र प्रदेश सरकार ने बाहर से आने वालों के लिए सात दिनों के क्वारंटीन की व्यवस्था की है। आंध्र प्रदेश से उलट तेलंगाना की व्यवस्था काफी ढील वाली है। यहां बाहर के राज्यों से आने वालों को आसानी से इजाजत मिल रही है। साथ ही अगर संक्रमण के लक्षण नहीं दिख रहे तो क्वारंटीन भी जरूरी नहीं है।