हैदराबाद 11 मई, मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य में लागू होने वाली व्यापक कृषि नीति पर सीधे क्षेत्र स्तर के कृषि अधिकारियों के साथ बैठक की। सीएम ने कहा कि राज्य मेंफसलों को अच्छी कीमत मिलनी चाहिए और किसानों को इससे लाभान्वित होना चाहिए। किसानों को एक ही फसल के नुकसान के लिए नहीं जाना चाहिए, बल्कि उन्हें विभिन्न फसलों की खेती के लिए जाना चाहिए। सीएम ने कृषि विशेषज्ञो, वैज्ञानिकों और अधिकारियों के साथ इस पर चर्चा की। राज्य में किस फसल को किस हद तक उगाया जाए और फसलों को बेचने के लिए क्या रणनीति अपनाई जाये, इस पर चर्चा की गई। सीएम ने सीधे जिला और मंडल कृषि अधिकारियों से चर्चा की। सीएम ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से रैतु बंधु समितियों के मंडल प्रतिनिधियों में कृषि विस्तार अधिकारियोंसे बात करेंगे।सीएम ने कहा कि सरकार ने राज्य में कषि क्षेत्र के विकास और सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण के लिए कई उपाय किए हैं।
सिंचाई के लिए पानी की समस्या हमेशा के लिए हल हो जाएगीसीएम ने कहा कि तेलंगाना राज्य धान का कटोरा बन रहा है, जो देश को भोजन प्रदान करेगा। वह चाहते हैं कि कृषि अधिकारी, रैतु बंधु समितियों, कृषि विश्वविद्यालय, नागरिक आपूर्ति निगम के सदस्य समन्वय में काम करें और कृषि नीति पाकिसानों के बीच जागरूकता पैदा करें पर किसानों के बीच जागरूकता पैदा करें जिससे उन्हें लाभ हो,उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में तेलंगाना राज्य में हर साल 90 लाख एकड़ में धान की खेती की जाएगी। लगभग 2.70 करोड टन धान की खेती की जाएगी। सीएम ने सुझाव दिया कि धान की इस मात्रा से राज्य में चावल मिलों की क्षमता बढानी चाहिए। नागरिक आपूर्ति निगम को एमएसपी में कृषि उपज की खरीद में न केवल एक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए बल्कि कच्चे माल को अंतिम उपभोक्ता उत्पाद में बदलना चाहिए। इससे किसानों को अच्छी कीमत मिल सकेगी और उपभोक्ताओं को उचित मल्य प को उचित मूल्य पर उनकी गुणवत्ता की वस्तुएं मिलेंगी और इससे नकली जिंसों पर भी लगाम लगेगी।