आदिलाबाद 20 अप्रैल, इन्सान - इन्सान के लिए कुछ भी मांग सकता है पर क्या कोई जानवर कुछ मांग सकता है, नहीं ना... लेकिन कुछ लोग लॉक डाउन की घड़ी मे जंगल के जानवरो को खान देकर इन्सान का धर्म निभाते है। इसकी मिसाल पेश की है आदिलाबाद के जिला परिषद चैयरमेन राठोड़ जनार्दन ने।
जब वे उटनूर से जन्नाराम की ओर सड़क से जा रहे थे, उनकी निगाह बंदरों पर गयी .. सोचा लॉकडाउन है, वाहन यातायात पूरी तरह से बंद है, ये जानवर जंगल में क्या खाते होंगे। उन्होने अपनी गाड़ी रोकी। वानरों को खाने के लिए टमाटर, खीरा व केले देने लगे। बंदर खाने के बाद ख़ुशी से ज़ूम उठे. इसे कहते है इन्सानियत...