हैदराबाद 23 अप्रैल : अब कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए भारतीय रेलवे महत्वपूर्ण जिम्मदारी को लेकर आगे बढ़ रहा है। आपात स्थिति में उपयोग के लिए आइसोलेशन वार्ड के रूप मे भारतीय रेलवे 5000 गैर-एसी कोचों को आइसोलेशन वार्ड में परिवर्तित करने की प्रक्रिया में लगा है। खास कर दक्षिण मध्य रेलवे जोन को दिए 486 कोचों के लक्ष्य है , जिसमे हैदराबाद डिवीजन ने 40 कोच पूरा करते देख महाप्रबंधक श्रीगजानन माल्या ने दक्षिण मध्य रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी.
सिकंदराबाद डिवीजन 120 कोच, हैदराबाद डिवीजन 40 कोच, विजयवाड़ा डिवीजन 50 कोच, गुंतकल्लु डिवीजन 61 कोच, नांदेड़ डिवीजन 30 कोच, गुंटूर डिवीजन 25 कोच, लालागुड़ा वर्कशॉप 76 कोच, तिरुपति वर्कशॉप 84 कोच को आइसोलेशन कोच के रूप में तैयार किया है। तैयार किए प्रत्येक आइसोलेशन वार्ड में कोरोना पीड़ितों के लिए 8 कोच और चिकित्सा कर्मियों के लिए एक कोच रहेगा। दक्षिण मध्य रेलवे के अनुसार सभी कोच रेलवे बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुसार ही बनाए गए हैं जिनमें बाथरूम, 3 टॉयलेट, कोच के बीच स्क्रीन और आवश्यक विद्युत और चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित हैं।