कोरोना- हैदराबाद के गांधी अस्पताल में मरीज की मौत, डॉक्टर से मारपीट

कोरोना- हैदराबाद के गांधी अस्पताल में मरीज की मौत,


 हैदराबाद 2 अप्रैल : कोरोना वायरस के प्रकोप से मरीजों को बचाने के लिए दिन- रात सेवा कर रहे डॉक्टर पर गांधी अस्पताल में मरीज के परिजनों ने हमला कर दिया। कोरोना पॉजीटिव मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने न सिर्फ एक पोस्ट ग्रेजुएट रेजीडेंट डॉक्टर को थप्पड़ मार दिया. बल्कि अस्पताल में जमकर तोड़-फोड़ मचाई और खिडकियों के शीशे तोड डाले। कोविड- 19 वार्ड में हड़कंप मच गया। उधर, संक्रमण के डर से पुलिसवाले अस्पताल के अंदर कोविड-19 वार्ड में जाने से हिचकते  नजर आए।गुस्साए डाक्टरों ने काम बंद करने की चेतावनी दे दी.डाक्टरों के अल्टीमेटम की जानकारी मिलते ही सरकार के हाथ-पैर फूल गए। स्वास्थ्य मंत्री इटला राजेंद्र के लिखित आश्वासन के बाद डॉक्टरों ने इस कठिन घड़ी में काम जारी रखने का भरोसा दिलाया। गांधी अस्पताल में बुधवार देर शाम 49 साल के कोरोना पॉजीटिव मरीज खलीलुद्दीन ने दम तोड दिया। पिछले एक हफ्ते से मरीज की हालत गंभीर बनी हुई थी ,उसकी मौत हो गई। खलीलद्दीन के परिवार के और 3 सदस्य कोरोना पॉजीटिव हैं और गांधी अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें दो पुरुष और एक महिला है। खलीलुद्दीन की मौत की खबर पाकर दोनों लोग डॉक्टर के पास पहुंच गए और झगड़ा करने लगे। आरोप है कि उन्होंने ड्यूटी पर तैनात एक रेजीडेंट डॉक्टर को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद उन्होंने उत्पात मचाना शुरू कर दिया और वे खिड़कियों की शीशे तोड़ने लगे। इससे कोविड-19 वार्ड में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। मेडिकल स्टाफ ने पुलिस को बुलाया, लेकिन कोरोना वायरस के डर के मारे पुलिसवाले कोविड-19 वार्ड में जाने से हिचकते दिखाई दिए। सुरक्षा की कमी से  डॉक्टरों ने कोरोना समेत सभी तरह का इलाज बंद करने की चेतावनी दे डाली। हालात की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के तमाम आला अफसर हरकत में आ गए। हमलावरों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया। डीजीपी महेंद्र रेड्डी खिलाफ ने खुद पूरे मामले की कमान संभाली और हमलावरों के गिरफ्तार खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। हैदराबाद के पुलिस खिलाफ कमिश्नर अंजनी कुमार गांधी हॉस्पिटल पहुंच गए। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के निदेश दिए। स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों पर हए हमले पर खेद जाहिर किया। सुरक्षा बढ़ाने का भरोंसा दिया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के निदेशक ने डॉक्टरों पर हुए हमले को कायराना और बर्बर हरकत बताते हुए घटना की निंदा । सरकार की तरफ से मिली त्वरित प्रतिक्रिया से डॉक्टरों ने काम बंद करने का अल्टीमेटम किया वापस ले लिया